किसी को इतना भी न चाहो कि भुला न सको
क्योंकि ज़िन्दगी, इन्सान और मोहब्बत तीनों बेवफ़ा है..
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे,
दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे..
दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे..
भूल कर भी अपने दिल की बात किसी से मत कहना,
यहाँ कागज भी जरा सी देर में अखबार बन जाता है..
यहाँ कागज भी जरा सी देर में अखबार बन जाता है..
अगर आप उस इंसान को ढूढ रहे हैं जो,
आपकी ज़िंदगी बदल सकता है, तो आप रोज आईना देखिये..
आपकी ज़िंदगी बदल सकता है, तो आप रोज आईना देखिये..
जरूरी नहीं कि सारे सबक किताबों से ही सीख,
कुछ सबक जिन्दगी और रिश्ते सिखा देते हैं..
कुछ सबक जिन्दगी और रिश्ते सिखा देते हैं..
करेगा ज़माना भी हमारी कदर एक दिन, बस ये वफादारी की आदत छूट जाने दो..
पता नहीं कैसे पत्थर की मूर्ति के लिए जगह बना लेते हैं,
घर में वो लोग जिनके घर माता पिता के लिए स्थान नहीं होता..
घर में वो लोग जिनके घर माता पिता के लिए स्थान नहीं होता..
ये तेरा वहम है के हम तुम्हे भूल जायेगे
वो शहर तेरा होगा, जहाँ #बेवफा लोग बसा करते है
वो शहर तेरा होगा, जहाँ #बेवफा लोग बसा करते है
मिल जाती अगर सभी को अपनी मोहब्बत में मंजिल ,तो यक़ीनन रातों के अँधेरो में कोई दर्द की गजल नहीं लिखता ..
तू मुझसे दूरियाँ बढाने का शौक पूरा कर........
मेरी भी जिद्द है तुझे हर दुआ में माँगूगा...!!!!
मेरी भी जिद्द है तुझे हर दुआ में माँगूगा...!!!!
मत कर कोशिश, मेरे दर्द को समझने की...
तू इश्क़ कर,
फिर चोट खा,
फिर लिख दवा मेरे दर्द की...
तू इश्क़ कर,
फिर चोट खा,
फिर लिख दवा मेरे दर्द की...
हवा से कह दो कि खुद को आजमा के दिखाये.बहुत चिराग बुझाती है, एक जला के दिखाये..
मोहब्बत में कही हमसे गुस्ताखी न हो जायें....
हम अपना हर कदम उसके कदम के बाद रखते है.....
हम अपना हर कदम उसके कदम के बाद रखते है.....
मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो,
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता !!
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता !!
सुनो...!
इतने सिकवे क्युँ करते हो मुझसे
मैने कौनसी तुम्हारी तकदीर लिखी है..
इतने सिकवे क्युँ करते हो मुझसे
मैने कौनसी तुम्हारी तकदीर लिखी है..
नाराज़ क्यों होते हो चले जाएंगे तुम्हारी महफ़िल से,
लेकिन पहले मुझे मेरे दिल के टुकड़े तो उठा लेने दो..
लेकिन पहले मुझे मेरे दिल के टुकड़े तो उठा लेने दो..
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से।
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए
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